चेतन सकरिया: जीत की कहानी संघर्ष और हिम्मत की
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गरीबी से गेंदबाज़ी तक: एक सपने की शुरुआत
चेतन सकरिया की कहानी किसी फिल्मी प्लॉट से कम नहीं है। 28 फरवरी 1998 को गुजरात के भावनगर के पास एक छोटे से गाँव वरतेज में जन्मे चेतन का बचपन बेहद मुश्किलों भरा रहा। उनके पिता एक ट्रक ड्राइवर थे, जिनकी मामूली आय से पूरे परिवार का गुजारा होता था। घर में पैसों की तंगी थी, लेकिन चेतन के दिल में क्रिकेट का जुनून सवार था।
शुरुआत में उनके माता-पिता नहीं चाहते थे कि वह क्रिकेट खेलें, क्योंकि उन्हें लगता था कि यह कोई स्थिर करियर नहीं है। लेकिन चेतन के मामा ने उनका साथ दिया और उन्हें सर भवसिंहजी क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलवाया। वहाँ उनकी मुलाकात कोच राजेंद्र गोहिल से हुई, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचाना।
एक दिलचस्प बात यह है कि चेतन शुरू में बल्लेबाज बनना चाहते थे, लेकिन जब उन्होंने गेंदबाज़ी की, तो सबको लगा कि यह लड़का कुछ अलग कर सकता है। उनकी लेफ्ट-आर्म मीडियम फास्ट गेंदबाज़ी ने धीरे-धीरे सबका ध्यान खींचना शुरू कर दिया।
रणजी ट्रॉफी से आईपीएल तक: संघर्षों का सफर
2018-19 में चेतन ने सौराष्ट्र की तरफ से रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया और पहली ही पारी में 5 विकेट लेकर सबको चौंका दिया। लेकिन उनका सफर आसान नहीं था। एक मैच के दौरान उन्हें ग्लूट इंजरी हो गई, जिसके बाद उन्हें लगभग एक साल तक बाहर बैठना पड़ा।
2021 में, राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.2 करोड़ रुपये में खरीदा। यह उनके जीवन का सबसे बड़ा पल था, लेकिन इसी दौरान एक दुखद घटना हुई। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलते समय उनके छोटे भाई राहुल ने आत्महत्या कर ली। चेतन इस दुख को समेटकर मैदान पर उतरे और आईपीएल में 14 विकेट लेकर सबको हैरान कर दिया।
लेकिन दुर्भाग्य ने फिर उनका पीछा नहीं छोड़ा। मई 2021 में, उनके पिता कोविड-19 की वजह से चल बसे। इतनी बड़ी त्रासदियों के बावजूद चेतन ने हार नहीं मानी और क्रिकेट को ही अपना सहारा बनाया।
भारत के लिए डेब्यू और आईपीएल में उभरते सितारे
जून 2021 में, चेतन को श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम में चुना गया। 23 जुलाई 2021 को उन्होंने अपना वनडे डेब्यू किया और 2 विकेट लिए। इसके बाद 28 जुलाई को उन्होंने टी20ई में भी पदार्पण किया। हालाँकि, वह अभी तक टीम में स्थायी जगह नहीं बना पाए हैं, लेकिन घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में उनका प्रदर्शन उम्मीद जगाता है।
2022 में, दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें 4.2 करोड़ रुपये में खरीदा। 2025 में, वह कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम का हिस्सा हैं और लगातार अच्छी गेंदबाज़ी कर रहे हैं।
संघर्ष से सफलता तक: चेतन सकरिया की प्रेरणादायक कहानी
चेतन सकरिया की जिंदगी सिखाती है कि "मुश्किलें इंसान को तोड़ने नहीं, बल्कि बनाने आती हैं।" उन्होंने गरीबी, नुकसान और दुखों के बावजूद कभी हिम्मत नहीं हारी। आज वह न सिर्फ एक अच्छे गेंदबाज हैं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा भी हैं।
उनकी कहानी का सबसे बड़ा सबक यह है—"अगर आपके सपने बड़े हैं, तो रास्ते खुद-ब-खुद बन जाते हैं। बस हार मत मानो!"